শ্রী শ্রী মা মহালক্ষ্মী এবং তাঁর বিভিন্ন রূপ এবং নবান্ন ।

ऊँ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ऊँ महालक्ष्मी नमः শ্রী শ্রী মা লক্ষ্মী (সংস্কৃত: लक्ष्मी) হলেন ধনসম্পদ, আধ্যাত্মিক সম্পদ, সৌভাগ্য ও সৌন্দর্যের দেবী। ভগবান নারায়নের থেকে এঁনার উৎপত্তি সেই জন্য দেবী লক্ষ্মীকে বিষ্ণু-শক্তি বলা হয় , ইনি ভগবান নারায়নের পত্নী। এঁনার অপর নাম মহালক্ষ্মী । মা লক্ষ্মী প্রকৃতির প্রতীক। ভগবান বিষ্ণু প্রাণিকুলকে পালন করছেন। যে শক্তি দ্বারা ভগবান বিষ্ণু জগৎকে পালন করছেন সে শক্তিই হলেন মা লক্ষ্মী । महालक्ष्मी–स्तोत्रम् ध्यानम् ॐ कमलासने कमलमुखि कमलदलनेत्रे कमलाय। श्रीं जगन्मातृं महालक्ष्मीं भक्त्यास्माद् वन्दे नमोऽस्तु ते॥ स्तोत्रम् श्रीं श्रीं लक्ष्मीं धनधान्यसंपदा सौभाग्यचारिणीम्। सौन्दर्यं परमं देविम् विष्णोः पद्मरश्मिभासिनीम्॥ मत्प्रियां विष्णुपत्नीं च महामोहिनीं महादेवीं। महालक्ष्मीं नमामि तां सर्वसंपदाप्रदायिनीम्॥ नारायणाङ्गसम्भूतां विष्णोः शक्तिं सनातनीम्। सौभाग्यसौन्दर्ययुतां महालक्ष्मीं नमाम्यहम्॥ आदिलक्ष्मीधनाढ्यां च धान्यलक्ष्मीं च पूजिताम्। गजलक्ष्मीं सन्तानां च वीरविज्ञानरूपिण...